अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा (रजि.)
बच्चों की शिक्षा के लिए समर्पित– प्रोजेक्ट-‘‘उड़ान’’
प्रोजेक्ट परिचय – अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा द्वारा समाज की प्रतिभाओं के विकास के लिये प्रथम बार समाज के होनहार बच्चों की कामयाबी को सुनिश्चित किया गया है। समाज में कई होनहार बच्चे अच्छी शैक्षणिक उपलब्धि होने के बावजूद भी आर्थिक संसाधनों एवं उचित मार्गदर्शन के अभाव में प्रतियोगी परीक्षाओं में कामयाबी हासिल करने से वंचित रह जाते है । इन बच्चों में प्रतिभा तो है किन्तु इनके लिये आर्थिक संसाधनों की उपलब्धता नहीं है या उचित मार्गदर्शन नहीं मिल पाता या दोनों ही अनुपलब्ध होते है । ऐसी स्थिति में समाज की होनहार प्रतिभाऐं प्रस्फुटित और प्रफुल्लित होने से पूर्व ही संसाधनों के अभावों में कुम्हला जाती है और समाज इनकी सेवाओं व उपलब्धियों से वंचित रह जाता है । इन परिस्थितियों के दृष्टिगत समाज के होनहार बच्चों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता सुनिश्चित कराने के उद्येश्य से प्रोजेक्ट ”उड़ान” प्रारम्भ किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से समाज के बच्चों की, उच्च पदों की सेंवाओं कें चयन में, सफलता हासिल कराना है। निःसंदेह समाज में इंजीनियर्स एवं मेडीकल सेवा के क्षेत्रों में बच्चों ने कामयाबी हासिल की है किन्तु कुछ अन्य क्षेत्रों में भी समाज की कामयाबी की अत्यंत आवश्यकता अनुभव की जा रही है ये क्षेत्र है – सिविल सर्विसेज, सैन्य सेवा में ऑफिसर्स (एन.डी.ए.) कम्पनी सेक्रेटरी, चार्टड एकाउन्टेंट्स, वैज्ञानिक, पायलेट्स, लॉयर्स, न्यायिक सेवा, पत्रकारिता, एयर होस्टेस, फ्लाइट स्टीवर्ड, फैशन डिजायनर्स आदि ,विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं अन्तर्गत ‘‘प्रोजेक्ट उड़ान’’ में प्रारम्भ में उन क्षेत्रों व आयामों में ही योजना के क्रियान्वयन की आवश्यकता है जिनमें समाज की प्रतिभाऐं शून्य या नाम मात्र की है जैसे- सिविल सर्विसेस ,एन.डी.ए. चार्टड एकाउन्टेंटस, कम्पनी सेक्रेटरी, पायलेट्स, एयर होस्टेज, न्यायिक सेवा आदि। अभी इन प्रतियोगी परीक्षाओं के क्षेत्रों का ही चयन किया गया है । भविष्य में प्रोजेक्ट उड़ान में पर्याप्त आर्थिक और मानवीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर अन्य क्षेत्रों की प्रतियोगिताओं में भी क्रियान्वयन किया सकेगा। महासभा अन्य क्षेत्रों की प्रतियोगी परीक्षाओं में संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर अनुदान दिये जाने पर भी विचार कर सकती है या नहीं भी कर सकती है, यह महासभा का विशेषाधिकार होगा।
योजना का नाम – प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’
योजना का उद्येश्य:- भविष्य में समाज के होनहार किन्तु आर्थिक रूप से कमजोर वंचित परिवारों के बच्चों को सिविल सर्विसेज, नेशनल डिफेन्स अकादमी या उपरोक्तानुसार अन्य प्रतियोगिताओं में सफलता सुनिश्चित कराने के साथ साथ, ICSE, CBSE एवं विभिन्न प्रदेशों के विभिन्न माध्यमिक शिक्षा मंडलों में 85 प्रतिशत या अधिक अंक लाने वाले बच्चों एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों में स्नातक व स्नातकोत्तर परीक्षाओं में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों तथा पी.एच.डी.उपाधि प्राप्त करने वाले युवक-युवतियों को सम्मानित करना है।
योजना के उचित क्रियान्वयन से निम्नलिखित लाभ होंगे-
- समाज के वंचित व कमजोर परिवारों के होनहार बच्चों का उच्च पदों पर चयन होगा।
- समाज के होनहार बच्चों के उच्च पदों पर चयन होने से सामाजिक प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी।
- ICSE, CBSE एवं विभिन्न शिक्षा मंडलों, विश्वविद्यालयों मे स्नातक (ग्रेज्यूएशन), स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेज्यूएशन) में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को एवं पी.एच.डी. करने वालों को सामाजिक स्तर पर सम्मानित किये जाने से, वे प्रोत्साहित होंगे।
- समाज शैक्षणिक रूप से सशक्त होगा।
- आगे आने वाली पीढ़ियों के लिये भी शैक्षणिक वातावरण तैयार होगा।
- समाज के पिछड़ा वर्ग होने के कलंक से मुक्ति मिल सकेगी|
योजना के लिये बच्चों का चयन- प्रोजेक्ट ”उड़ान” में समाज के होनहार बच्चों का चयन,उनकी पारिवारिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक पृष्ठभूमि को दृष्टिगत रखते हुऐ निम्न दो क्षेत्रों में किया जायेगा-
पुरस्कार हेतु- इसके अन्तर्गत ICSE, CBSE एवं विभिन्न प्रदेशों के विभिन्न शिक्षा मंडलों की बोर्ड की कक्षा 10 व 12 में 85 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त करने वाले, विभिन्न विश्वविद्यालयों की स्नातक व स्नातकोत्तर परीक्षाओं में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों एवं पी.एचडी. की उपाधि प्राप्त करने वाले युवको/युवतियों को सम्मानित किया जाना है। आवेदन पत्र प्रारूप -परिशिष्ट-1
अनुदान हेतु – इसके अन्तर्गत उपरोक्तानुसार उल्लेखित प्रतियोगी परीक्षाओं में कामयाबी सुनिश्चित करने के उद्येश्य से समाज के, निम्न 03 प्रकार के परिवारों के बच्चो का चयन किया जाना है, जो इस प्रकार है:-
- वंचित परिवार– ये वे परिवार है, जिनमें बच्चों के पिता जीवित नहीं है, बच्चे, पिता के मार्गदर्शन एवं प्यार से वंचित है इन परिवारों के बालिका व बालकों को जिनकी अच्छी शैक्षणिक उपलब्धि है इस योजना में अनुदान हेतु चयनित किया जायेगा।
- कमजोर परिवार:- ये वे परिवार होगे जिनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय है किन्तु बच्चे शिक्षा में होनहार है इसके अन्तर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार के बच्चों का चयन किया जायेगा । गरीबी रेखा में नीचे जीवन यापन करने वाले समाज के परिवारों के लिये स्थानीय निकाय/शासन का वैध दस्तावेज होंना आवश्यक होगा अन्यथा कमजोर परिवार की पहचान करना कठिन होगा।
- अल्प आय परिवार– ये वे परिवार होंगे, जिनके परिवार की कुल वार्षिक आय दो लाख तक इन परिवारों के शैक्षणिक रुप से प्रतिभाशाली बच्चों को भी इस योजनान्तर्गत अनुदान प्रदान कराया जा सकेगा किन्तु बच्चों के पिता / पालक का, सक्षम अधिकारी का आय प्रमाणपत्र या आई.टी. 16 आवश्यक होगा। अनुदान प्राप्त करने हेतु बच्चों के लिये आवेदन पत्र प्रारूप- परिशिष्ट-2 अनुदान हेतु बच्चों के चयन के मानदंड- वंचित, कमजोर व अल्प आय परिवार के होनहार बच्चों का चयन निम्न मानदंडो के अनुसार किया जाना है-
- बच्चों की आयु 18 से 30 वर्ष के मध्य हो ।
- बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धि बहुत अच्छे स्तर की हो, कक्षा 8 में ”ए” ग्रेड तथा पश्चात की या स्नातकोत्तर स्तर तक की समस्त परिक्षाओं में न्यूनतम 85 प्रतिशत अंक प्राप्त हो। एन.डी.ए.के लिए कक्षा 12 तक गणित, भौतिक विषय के साथ 85 प्रतिशत अंक आवश्यक होगे ।
- बच्चे उपरोक्तानुसार वंचित, कमजोर व अल्प आय परिवार से हो ।
- बच्चों में उक्त प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने की प्रबल इच्छा शक्ति हो।
- बच्चो में प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के लिये जुनून और उत्साह हो।
- बच्चों के माता-पिता दोनों की लिखित सहमति हो कि उनके द्वारा बच्चों को इन प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिये समस्त सुविधाऐं (जो भी उनके पास है) उपलब्ध कराई जायेगी ।
अनुदान प्राप्त करने हेतु बच्चों के चयन की प्राथमिकताऐं:- समाज के वंचित, कमजोर व अल्प आय परिवार के होनहार एवं प्रतिभाशाली बच्चों का, अनुदान हेतु चयन निम्न प्राथमिकताओं के आधार पर होगा-
- वंचित परिवार की बालिका जो निर्धारित योग्यता और दक्षता रखती है ।
- कमजोर परिवार की निर्धारित योग्यता व दक्षता रखने वाले बालिका।
- वंचित परिवार के निर्धारित योग्यता और दक्षता रखने वाले बालक।
- कमजोर परिवार के निर्धारित योग्यता और दक्षता रखने वाले बालक।
- अल्प आय परिवार की निर्धारित योग्यता व दक्षता रखने वाली बालिका।
- अल्प आय परिवार की निर्धारित योग्यता व दक्षता रखने वाले बालक I
संसाधनों की उपलब्धता:- समाज के वंचित, कमजोर व अल्प आय परिवार के प्रतिभाशाली बच्चों के लिये प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ में पर्याप्त आर्थिक और मानवीय संसाधनो की आवयकता होगी, जो इस प्रकार हैं-
1-आर्थिक संसाधन– अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा प्रोजेक्ट उड़ान के लिये आर्थिक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। महासभा के पदाधिकारियों, कार्यकारिणी के समस्त सदस्यों एवं अन्य सदस्यों के द्वारा स्वयं की वार्षिक आय का 0.2 (दशमलव दो) प्रतिशत राशि का अनुदान प्रतिवर्ष महासभा को देने की अपेक्षा की जाती है। इस अनुदान राशि का 20 प्रतिशत राशि का उपयोग, महासभा के द्वारा प्रोजेक्ट-‘‘उड़ान’’ के मद में किया जायेगा। इसके अतिरिक्त विभिन्न राजनेताओं, राजनैतिक पार्टीयों, उद्योगपतियों, स्वयं सेवी संस्थाओं, से भी स्वेच्छानुदान प्राप्त करना होगा ताकि महासभा के पास इन कार्यों के लिये पर्याप्त फंड उपलब्ध रहे। समाज के वे युवक-युवतियाँ जो विभिन्न क्षेत्रों में सेवा देकर वेतन प्राप्त कर रहे है वे भी इस मद में महासभा को स्वेच्छानुदान दे सकेगे उक्त अनुदान महासभा के बैंक खाते में अंतरण किया जायेगा। प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ के लिये पृथक मद सुनिश्चित करना महासभा पदाधिकारियों की जिम्मेदारी होगी। समाज के उन बच्चों से भी, जिन्हें पूर्व में महासभा द्वारा इस योजना में अनुदान दिया गया है और वे प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित होकर वेतन प्राप्त कर रहे हैं उनसे भी, उन्हें प्रदाय की गई राशि, महासभा को अनुदान के रुप में प्राप्त की जा सकेगी, ताकि समाज के अन्य बच्चों को भी इस योजना में लाभ प्राप्त हो सके, क्योंकि महासभा के पास संसाधन सीमित हैं। राशि की वापिसी उनके सेवा में चयनित होने या वेतन प्राप्त होने के दिनांक से 01 वर्ष के अन्दर अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा के बैंक एकाउन्ट में जमा कराये जाने की अपेक्षा की जाती है, ताकि समाज के अन्य वंचित, कमजोर व अल्प आय परिवार के होनहार बच्चों को आर्थिक संसाधन सुनिचित किये जा सके। महासभा के बैंक खाते में इस योजना मद में पर्याप्त राशि उपलब्ध होने की स्थिति में अन्य क्षेत्रों की प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे – कम्पनी सेक्रेटरी, चार्टड एकाउन्टेंट, बैकिंग क्षेत्र में प्रोबेशनरी ऑफिसर्स , वैज्ञानिक, फ्लाइट स्टीवर्ड, लॉयर्स, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, फैशन डिजायनर्स एवं बिज़ीनेस मेनेजमेन्ट आदि क्षेत्रों के लिये समाज की इस योजना में पात्र बच्चों को तैयार किया जा सके।
2-मानवीय संसाधन:- प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ में चयनित बच्चों और उनके अभिभावकों का, क्रियान्वयन समिति के माध्यम से समय -समय पर (वर्ष में लगभग 2 बार) काउन्सलिंग की जायेगी। चयनित बच्चों एवं उनके पालको/अभिभावको की काउन्सलिंग के साथ -साथ उनका मोटीवेशन भी किया जायेगा यह कार्य राष्ट्र एवं राज्य स्तरीय समिति का होगा । मोटीवेशन के लिये विभिन्न ऑडियो / वीडीयो सी.डी./डी.वी.डी. एवं यू-ट्यूब पिक्चर का भी उपयोग इस कार्य के लिये किया जायेगा । यह कार्य वर्ष में 02 बार आवश्यक रूप से होगा, इन बच्चों की”कैरियर काउन्सलिंग” भी वर्ष में न्यूनतम एक बार सामाजिक स्तर पर महासभा की जिला स्तरीय इकाईयां, बुद्विजीवी, शिक्षाविद् एवं अधिकारियों के द्वारा सुनिश्चित करते हुऐ, आयोजित करेंगीं। उक्त कार्य की प्रोसिडिंग मय फोटोग्राफ्स, महासभा के पदाधिकारियों को प्रेषित करने का उत्तर दायित्व भी क्रियान्वयन समिति का होगा । काउन्सलिंग व मोटीवेशन के लिये, विभिन्न क्षेत्रों में सफल, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं समाज सेवियों की निःशुल्क सेवाऐं ली जा सकती है। क्षेत्रीय कैरियर काउन्सलर, कुशल शिक्षक व प्रोफेसर्स इस कार्य के लिये उचित रहेगें । इन सब से समन्वय का कार्य राज्य स्तरीय समिति करेगी ।
प्रोजेक्ट क्रियान्वयन समितियों का गठन:-प्रोजेक्ट उड़ान के क्रियान्वयन के लिये राष्ट्र स्तरीय एवं राज्य स्तरीय समितियों का गठन आवश्यक होगा। समिति के समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्यों का महासभा के सदस्य होना भी आवश्यक होगा । राष्ट्र स्तरीय एवं राज्य स्तरीय समितियों में, समाज के बुद्धिजीवी, प्रोफेसर्स, शिक्षक, डाक्टर्स, इंजीनियर्स एवं अन्य गणमान्य समाज सेवी जो इस क्षेत्र में कुशलता से सेवाऐं दे सकते है, रहेगें । समिति में 40 प्रतिशत महिलायें होंगी ।
राष्ट्र स्तरीय क्रियान्वयन समिति:-
- मुख्य परियोजना समन्वयक (चीफ प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर)
- सदस्य सचिव
- सदस्य -1
- सदस्य -2
- सदस्य –
राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति:-
- राज्य परियोजना समन्वय (स्टेट प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर)
- सदस्य सचिव
- सदस्य – 1
- सदस्य – 2
- सदस्य –3
प्रोजेक्ट क्रियान्वयन समिति पदाधिकारी एवं सदस्यों का मनोनयन- प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ के लिये राष्ट्र स्तरीय समिति का गठन महासभा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की संयुक्त सहमति के आधार पर होगा । इसी प्रकार स्टेट प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर का मनोनयन राष्ट्रीय पदाधिकारियों तथा राज्य स्तरीय समिति का गठन महासभा के राज्य स्तरीय पदाधिकरियों की संयुक्त सहमति के आधार पर होगा, राज्य स्तरीय पदाधिकारी वे ही मान्य होगे जिन्हें रजिस्टर्ड-अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा की सक्रिय सदस्यता प्राप्त हो। जहाँ राज्यों में महासभा की राज्य ईकाईयों का गठन न हुआ हो वहाँ राष्ट्र स्तरीय समिति ही प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ पर कार्य करेगी या अखिल भारतीय पदाधिकारी संयुक्त सहमति से राज्यों की समितियों का गठन सदस्यों व पदाधिकारियों के मनोनयन पश्चात कर सकेंगे।
प्रोजेक्ट क्रियान्वयन समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की अंर्हताऐं:-
- पदाधिकारी एवं सदस्यों पर रजिस्टर्ड अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा की सदस्यता होना चाहिये और उनका, महासभा के प्रति निष्ठावान होंना चाहिये।
- पदाधिकारी एवं सदस्यों की न्यूनतम आयु 40 वर्ष होना चाहिये।
- न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातकोत्तर/ डॉक्टर/ इंजीनियर होना चाहिये।
- कम्प्यूटर में दक्ष होना चाहिये तथा इंटरनेट संचालन का पर्याप्त ज्ञान होना चाहिये।
- समाज सेवा कार्य में न्यूनतम 03 वर्ष का अनुभव होना चाहिये।
समिति के उत्तर दायित्व:-
राज्य स्तरीय समिति के उत्तरदायित्व –
- समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यगण आपसी समन्वय बनाकर कार्य करेगे ।
- समिति के सदस्य समाज के वंचित, कमजोर व अल्प आय परिवार के होनहार/प्रतिभाशाली बच्चों की पहचान करेगे। इसके लिये समाज के परिवार सर्वे प्रपत्र परिशिष्ट-3 के आंकड़ों या अन्य स्त्रोतों से जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है ।
- बच्चों या उनके पालकों की ओर से योजना इस योजना में अनुदान का लाभ पाने के लिये आवेदन पत्र परिशिष्ट-2 के अनुसार, आवेदन आवश्यक दस्तावेज सहित प्राप्त कर तथ्यों की जाँच करेगे ।
- समिति यह भी सुनिश्चित करेगी कि किसी भी प्रकार से छल -कपट, झूठ-फरेब की जानकारी प्राप्त न हो, असत्य जानकारी युक्त आवेदन पत्र को तत्काल निरस्त कर टीप अंकित की जायेगी।
- चयनित बच्चों के तथा पालको के तीन-तीन नवीन पासपोर्ट फोटो मय आवश्यक दस्तावेजोंआवेदन पत्र के साथ प्राप्त करेंगे तथा समस्त अभिलेख संधारण का उत्तरदायित्व राज्य समन्वयक का होगा।
- राज्य समन्वयक, चयनित बच्चों के प्रस्तावों की जांच कर, महासभा की राष्ट्र स्तरीय.समिति के पास अनुशंसा कर प्रेषित करेगे। किसी भी स्थिति में 01 माह से अधिक प्रस्ताव लम्बित न रहे।
- राज्य स्तरीय समिति, राष्ट्र स्तरीय समिति/पदाधिकारी से प्राप्त चैक को सम्बन्धित पालक को 03 दिवस में प्रेषित कर पावती व फोटोग्राफ्स अभिलेख में रखेगी। राष्ट्र स्तरीय समिति के उत्तरदायित्व –
- मुख्य परियोजना समन्वयक, राज्यों की समितियों से प्राप्त प्रस्तावों का अध्ययन कर समिति के सदस्यों से अभिमत उपरान्त स्वीकृत करेंगे ।
- प्रस्ताव स्वीकृत होने के पश्चात प्रतियोगी परीक्षा के लिये कोचिंग की टयूशन फीस की रसीद मूल प्रति में प्रस्तुत करने के पश्चात कुल ट्यूशन फीस का 50 प्रतिशत राशि का रेखांकित चैक तैयार करने का प्रस्ताव अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा, महासचिव को प्रेषित करेंगे ।
- जारी किया गया चैक चयनित बच्चे के पालक/ अभिभावक के नाम देय होगा।
- किसी भी स्थिति में किसी भी स्तर पर कार्यवाही 01 माह से अधिक लम्बित नहीं रहेगी।
- राष्ट्रस्तरीय समिति महासभा से अनुदान राशि का चैक प्राप्त कर राज्य स्तरीय समिति को 05 दिवस के भीतर प्रेषित करेगी ।
अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा के अधिकार व कर्त्तव्य–
- राष्ट्र स्तरीय समिति एवं राज्य स्तरीय समितियों का गठन प्रोजेक्ट उड़ान के लिये किया जायेगा महासभा पदाधिकारी, संयुक्त सहमति से राष्ट्र स्तरीय एवं राज्य स्तरीय समितियों का निर्धारित मानदंडो के आधार पर मनोनयन करेंगे । यह कार्य 01 माह की अवधि में किया जायेगा ।
- अखिल भारतीय महासभा कार्यकारिणी की प्रत्येक बैठक में प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ की समीक्षा करेगी तथा फीडबेक प्राप्त करेगी ।
- देश, प्रदेश, जिला, विकासखण्ड, नगर निगम एवं पंचायत स्तरो पर प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ का प्रचार प्रसार करेगी तथा राष्ट्र व राज्य स्तरीय समितियों को भी समय -समय पर इस बावत निर्देश जारी कर सकेगी ।
- महासभा के पदाधिकारी संयुक्त रूप से या बहुमत के आधार पर निर्णय लेकर कार्य न करने वाली समिति के पदाधिकारी/सदस्यों को या सम्पूर्ण समिति को किसी भी समय भंग कर समस्त अभिलेख जप्त कर सकेगी । महासभा का निर्णय ही सर्व मान्य होगा, उसे किसी भी प्रकार से चुनौती नहीं दी जा सकेगी ।
- प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ के लिये विशेष परिस्थितियों में महासभा स्वविवेक से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये कोचिंग की फीस के 50 प्रतिशत से अधिक राशि भी स्वीकृत करने के लिये अधिकृत रहेगी।
- योजना का प्रचार -प्रसार करेगी तथा प्राप्त अनुदान राशि की निर्धारित मद/खाते में जमा कराना सुनिश्चित करेगी ।
- अ.भा.रा.क्ष. महासभा अनुदान राशि का चैक संतुष्टि उपरान्त सम्बन्धित पालक के नाम से जारी कर राष्ट्र स्तरीय समिति को प्रेषित करेंगे ।
अनुदान स्वीकृति हेतु चयनित बालिका/बालक के पालक/अभिभावकों का उत्तरदायित्व:-
- पालक/अभिभावक अपनी बालिका या बालक की शैक्षणिक उपलब्धि की रिपोर्ट वर्ष में 02 बार राज्य स्तरीय समिति सदस्यों को प्रस्तुत करेगे ।
- पालक/अभिभावको का दायित्व होगा कि वे प्रोजेक्ट के लिये चयनित बालिका/बालक को परिवार में पूर्णतः शैक्षणिक माहौल उपलब्ध कराये ।
- पालक /अभिभावको को आवश्यकतानुसार समिति के अनुरोध पर प्रोजेक्ट की शर्तों को मान्य करने हेतु बाॅण्ड (सहमति पत्र) भी वैकल्पिक रुप से भरना होगा।
- किसी विपरित परिस्थिति में अर्थात बालिका या बालकों की शैक्षणिक उपलाब्धि प्रशंसनीय न पाये जाने पर समिति को अनुदान की राशि को वापिस करना होगा।
- पालक/अभिभावको को क्रियान्वयन समिति के निर्देषो का पालन करना होगा तथा बुलाये जाने पर काउन्सलिंग एवं मोटीवेशनल कार्यक्रम में बच्चों के साथ पूर्ण समय उपस्थित रहना होगा।
चयनित बालिका/बालक के उत्तरदायित्व:-
- चयनित बालिका/बालक – प्रतियोगी परीक्षा की सफलता के लक्ष्य को सर्वोपरि मानेगा ।
- बालिका/बालक प्रतियोगी परीक्षा के आवेदन प्रेषित करना व नियमित टेस्ट में उपस्थित होना होगा ।
- सम्बन्धित परीक्षा के लिये अर्हता पूर्ण करनी होगी । अर्हता न पायी जाने पर प्राप्त की गई राशि एक मुश्त वापिस करना होगी ।
- समय-समय पर काउन्सलिंग तथा मोटीवेशनल कार्यक्रम में पालक/अभिभावकों के साथ उपस्थिति सुनिश्चित करना होगी ।
- अस्वस्थ या गंभीर दुर्घटना की स्थिति में प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित न होने पर मेडीकल बोर्ड का अस्वस्थता प्रमाण पत्र राज्य/राष्ट्र स्तरीय समिति को 15 दिवस में प्रस्तुत करना होगा ।
- निर्धारित शर्तो के पालन न होने की स्थिति में महासभा द्वारा भुगतान की गई राशि तत्काल एक मुश्त, मय ब्याज वापिस करना होगी।
- प्रतियोगी परीक्षा में चयन तथा सेवा में आने के पश्चात समाज से प्राप्त अनुदान राशि को स्वयं के वेतन से वापिस करने की अपेक्षा की जाती है ताकि प्राप्त राशि से समाज के अन्य बच्चों को भी लाभान्वित किया जा सके।
- महासभा का निर्णय हमेशा मान्य करना होगा।
अपील:- प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ में किसी भी प्रकार की अनियमितता, विसंगतियाँ या असंवैधानिकता की स्थिति में सम्बन्धित व्यक्ति, बालक या सदस्य अ.भा.रा.क्ष-महासभा के महामंत्री को अपील कर सकेगा। महासभा अपील का निराकरण 01 माह की अवधि में कर सकेगी।
नियम बनाने का अधिकार – प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ में किसी प्रकार का नियम समाविष्ट करने तथा निरसित करने का अधिकार, अ.भा.रा.क्ष. महासभा के निर्वाचित पदाधिकारियों को, संयुक्त सहमति/बहुमत से होगा
अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा ( रजि.) परिशिष्ट-1
सम्मान/पुरूस्कार प्राप्त करने हेतु आवेदन- पत्र—
- नाम अभ्यर्थी-
- पिता का नाम- श्री
- माता का नाम- श्रीमती
- वर्तमान निवास का पूर्ण पता (यदि ई मेंल हो तो वह भी लिखें)-
- मोबाइल नम्बर-
- स्थायी पता-
- परीक्षा /उपाधि का नाम-
- परीक्षा बोर्ड / विश्वविद्यालय का नाम-
- परीक्षा में अंकों का पूर्णांक एवं प्राप्तांक-
- अंकों का प्रतिशत-
- मेंरिट की चयनसूची में स्थान-
- क्या मेंरिट चयन सूची एवं अंकसूची की प्रमाणित प्रति संलग्न है हाँ/नहीं उपरोक्त जानकारी पूर्णतः सत्य हैं, असत्य पायी जाने पर मैं किसी भी कार्यवाही के लिये जिम्मेंदार रहूँगा।
संलग्नक-
स्थान- हस्ता. व नाम आवेदक
दिनांक- पूरा पता-
मोबाइल…………………………
अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा परिशिष्ट -2
प्रोजेक्ट ‘‘उड़ान’’ में अनुदान के लिए आवेदन पत्र का प्रारूप-
राज्य ……………………. जिला …………………
- नाम अभ्यर्थी …………………………………………………………………………………………………….
- अभ्यर्थी का जन्म दिनांक …………………………………………………………………………………
- पिता का नाम श्री …………………………………………………………………… आयु …………….
- माता का नाम श्रीमती …………………………………………………………….. आयु ……………
- अभ्यर्थी की शैक्षणिक स्थिति, कक्षा 8 से वर्तमान तक की जानकारी प्रविष्ट करेंः-
-
- कक्षा/पाठ्यक्रम विद्यालय/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय प्राप्तांक प्रतिशत ग्रेड अध्ययन वर्ष
-
- वर्तमान में कार्यरत (संस्था/कार्यालय/गतिविधि) …………………………………………
- पदनाम ………………………………………………………………………………………………………….
- पिता का व्यवसाय …………………………………………. ………………………………………………
- माता का व्यवसाय ……………………………………………………………………………………………
- परिवार की वार्षिक आय रुपये………………………………………………………………………
- क्या परिवार बी.पी.एल. है? (यदि है, तो प्रमाण पत्र की छायाप्रति संलग्न करें)
- लिंग- पुरुष / महिला
- बैंक खाता की जानकारी- बैंक का नाम शाखा का नाम IFSC खाता क्रमांक
- वर्तमान निवास का पता- ………………………………………………………………………………….
- स्थाई निवास का पता – ……………………………………………………………………………………
- ई-मेल …………………………………………………………………. मो.न……………………………..
- पिता/पालक का मोबाईल नम्बर ……………………………………………………………………
- कम्प्यूटर ज्ञान का स्तर …………………………………………………………………………………..
- विकलांगता की स्थिति तथा प्रतिशत ……………………………………………………………..
- पिछड़ा वर्ग स्थाई जाति प्रमाण की स्थिति …………………………………………………….
- (यदि है तो छायाप्रति संलग्न करें)
- किसी गंभीर रोग से ग्रस्त हैं तो जानकारी अंकित करें …………………………………….
- आपराधिक प्रकरण दर्ज है तो जानकारी अंकित करें …………………………………………..
- अभ्यर्थी किस प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित होना चाहता है ………………………..
- प्रतियोगी परीक्षा में तैयारी की अवधि ……………………………………………………………..
- प्रतियोगी परीक्षा में चयन पश्चात् पाठ्यक्रम की अवधि …………………………………
- प्रतियोगी परीक्षा/पाठ्यक्रम में कुल शुल्क रुपये……………………………………………..
- (संस्था/कोचिंग सेन्टर के शुल्क विवरण की जानकारी/एस्टीमेट संलग्न करें)
- प्रतियोगी परीक्षा/पाठ्यक्रम में जमा कराये जाने वाले वार्षिक शुल्क की जानकारी-…………………………………………………………………………………………………………………………
- प्रतियोगी परीक्षा/पाठ्यक्रम में महासभा से प्राप्त अनुदान की राशि के अतिरिक्त राशि की उपलब्धता की विस्तृत जानकारी ………………………………………………………………………………………..
- पूर्व में सम्मिलित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी …………………… प्रतियोगी परीक्षा/पाठ्यक्रम का नाम चयन की स्थिति वर्ष
- पिता की शिक्षा …………………………………..माता की शिक्षा ………………………………………………..
- रोजगार/व्यवसाय में संलग्न परिवार के सदस्यों की जानकारी नाम रिश्ता अभ्यर्थी से आयु रोजगार/व्यव.का नाम वार्षिक आय
- परिवार का कोई सदस्य अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा का सक्रिय सदस्य है (यदि है तो नाम व रिश्ता) ………………………………………………………………………………
- अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा से सहयोग राशि प्राप्त होने तथा सेवा में आने के उपरांत क्या प्राप्त अनुदान की राशि महासभा के खाते में अनुदान के रुप में वापिस करने के लिए सहमत हैं? ताकि समाज के अन्य पात्र बच्चों को भी सहायता उपलब्ध करायी जा सके– हाँ / नहीं
हस्ताक्षर पिता/पालक हस्ताक्षर अभ्यर्थी
नाम – नाम-
दिनांक-
जांच विवरण
हम सभी प्राधिकार के द्वारा अभ्यर्थी के उपरोक्तानुसार सभी बिन्दुओं की जांच कर ली गई है और सत्य पाये गये हैं अभ्यर्थी को अनुदान राशि रूपये ……………….(शब्दों में रु ) जारी करने के लिए हम सभी सहमत/असहमत हैं।
राज्य समन्वयक सदस्यसचिव सदस्य 1 सदस्य 2 सदस्य 3
हस्ता.
नाम.
पता.
हम सभी के द्वारा अभ्यर्थी के उपरोक्तानुसार सभी बिन्दुओं की जांच कर ली गई है, अभ्यर्थी को अनुदान राशि रूपये …………………(शब्दों में ) जारी करने के लिए हम सभी सहमत/असहमत हैं।
राष्ट्रीय समन्वयक सदस्यसचिव सदस्य 1 सदस्य 2 सदस्य 3
हस्ता……………… ……………….. ……………. ……………. ……………
नाम व पता-……….. ………………….. …………….. …………….. ……………
अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा की टीप –
राज्य और राष्ट्र स्तरीय समिति की अनुशंसा के आधार पर अभ्यर्थी श्री/कु. …………………….पुत्र/पुत्री श्री……………………………………….. के आवेदन प्रोजेक्ट ”उड़ान” के लिये स्वीकृत/अस्वीकृत किया जाता है, स्वीकृत होने की स्थिति में इन्हें अनुदान राशि ………………………. चैक क्रमांक……………………………………. बैंक …………………………………………….. दिनांक ……………………. जारी किया जाता है।
अध्यक्ष महामंत्री कोषाध्यक्ष
अ.भा.रा.क्ष.महासभा अ.भा.रा.क्ष.महासभा अ.भा.रा.क्ष.महासभा
दिनांकः-
स्थान:-
नोट:- अभ्यर्थी का आवेदन अस्वीकृत होने की स्थिति में अभ्यर्थी को अवश्य सूचित किया जाये एवं अस्वीकृति होंने की स्थिति में कारण भी स्पष्ट करें-
अखिल भारतीय राठौर क्षत्रिय महासभा, (रजि.) परिशिष्ट- 3
राठौर परिवार सर्वे प्रपत्र- अ दिनांक की स्थिति में
प्रदेश- …… जिला-…… विधानसभा-…… वार्ड/ग्राम-………… पिन कोड ………………
- .मुखिया (परिवार का भरण-पोषण करने वाले) का नाम-श्री/श्रीमती
- पिता/पति का नाम-श्री
- माता का नाम-श्रीमती
- जन्म दिनांक आयु-वर्ष………
- वर्तमान निवास का पता-
- स्थायी पता-
- वर्तमान पते पर रहने की अवधि-………….. वर्ष मोबाइल न. ………………………..
- परिवार में कुल सदस्य( मुखिया व अवयस्क सहित)-………… पुरुष……. महिला…….
- परिवार की कुल वार्षिक आय-रुपये……………….. (शब्दों में रुपये……………………………………..)
- आवास की स्थिति- स्वयं का / किराये का / अन्य
- परिवार का गोत्र-
- ग्राम पंचायत/नगर पालिका द्वारा परिवार को गरीबी रेखा(बी.पी.एल.)कार्डजारी किया गया है?- हाँ /नहीं
- परिवार के किसी सदस्य द्वारा शासन द्वारा घोषित पिछडा वर्ग आरक्षण का लाभ प्राप्त किया गया है? – हाँ / नही
- परिवार में निजी वाहनों की संख्या (सायकिल को छोडकर) दो पहिया………… चार पहिया……
- परिवार में शस्त्र लायसेंस की स्थिति- हाँ/ नही
- परिवार के सदस्य आयकर दाता है?- हाँ/ नहीं
क्रमशः पृष्ठ 2